अतीत के पथ पर – हिमाँशु पाठक जी की कलम से
फुरसत के क्षण हैं। चलो! चलते हैं, सैर पर, अतीत के पथ पर। जहाँ होंगी स्मृतियों के, सुगंधित रंग-बिरंगे पुष्प, पग-पग पर, पथ पर। तितलियाँ… Read More »अतीत के पथ पर – हिमाँशु पाठक जी की कलम से
फुरसत के क्षण हैं। चलो! चलते हैं, सैर पर, अतीत के पथ पर। जहाँ होंगी स्मृतियों के, सुगंधित रंग-बिरंगे पुष्प, पग-पग पर, पथ पर। तितलियाँ… Read More »अतीत के पथ पर – हिमाँशु पाठक जी की कलम से
फूलदेई एगो छ त्यौआर आज फूलदेई त्यौहारा। देइ पूजण हूँ एगइन नान तिन आज द्वारा। फूलदेई छमादेई द्वार पै अ गइ खुशहाली। हर मुखड़ी में… Read More »फूलदेई छमादेई – छमादेई फूलदेई आगोछ त्यौआर
आगतम, आगतम, आगतम, शुभ स्वागतम। सुस्वागतम्, आगतम, शुभ स्वागतम, त्वम् आगतम आओ रे आओ सखी आओ, मंगल गीत गाओ। प्रज्वलित करों मंगल दीप। तुम तौरण… Read More »आओ रे आओ सखी आओ, मंगल गीत गाओ, प्रज्वलित करों मंगल दीप – Welcome Poem by Himanshu Pathak