हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा में अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई के दौरान गुरुवार को बवाल मच गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव किया और जेसीबी मशीन को तोड़ दिया। इस हड़ताल के कारण पुलिस को करीब 15 मिनट तक काम रोकना पड़ा।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को हड़ताल का माहौल बना। मलिक के बगीचे में अवैध कब्जे को हटाने के लिए नगर निगम और पुलिस की टीम पहुंची थी, जिस पर स्थानीय लोगों ने पथराव किया। इस में रामनगर कोतवाल सहित 50 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने नगर निगम की जेसीबी को तोड़ा और पुलिस जीप, ट्रैक्टर, और कई वाहनों पर आग लगा दी। युवा छात्र छतों पर स्थित होकर लगातार पथराव कर रहे थे। पुलिस ने भी सेफ्टी के लिए पथराव किया और कई राउंड आंसू गैस के गोले छोड़े। शाम तक, उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना आग लगा दिया। इसी दौरान, जारी आगजनी के बीच पुलिस को उपद्रवियों को भगाने के लिए पैर में गोली मारने के आदेश भी जारी किए गए हैं। फायरिंग के दौरान, एक व्यक्ति को गोली लगने की सूचना भी है।
नगर निगम ने बनभूलपुरा क्षेत्र के इंदिरा नगर इलाके में स्थित मलिक के बगीचे में स्थित मस्जिद और मदरसे को तोड़ने की तैयारी बृहस्पतिवार को शुरू की गई थी। दोपहर ढाई बजे तक, हल्द्वानी और आसपास के थानों की फोर्स और तीन बस रिजर्व पुलिस टीम पहुंच गई थी। शाम को, पुलिस टीम ने साथ ही फोर्स के साथ अतिक्रमण को ढहाने का प्रयास किया। इस प्रयास के दौरान, स्थानीय लोगों ने प्रतिरोध करना शुरू किया।
प्रदर्शनकारियों ने मौके पर मौजूद नगर निगम की जेसीबी को भी तोड़ दिया, जिससे काम करने में करीब 15 मिनट की रुकावट आई। इस बीच, और फोर्स को और जिलों से सहारा लेने के लिए सहायक बुलाया गया। इस बीच, अतिक्रमण टीम ने पुनः ढहाना शुरू किया और लोगों ने पत्थरों का प्रयोग करना शुरू कर दिया। नगर निगम के ट्रैक्टर को पलटा गया और पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले चलाए। इसके बाद भी, पथराव जारी रहा।
हल्द्वानी में बिगड़े हालातों को देखते हुए, आने वाले आदेशों तक सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।