आधुनिक युग में इंसान बहुत तरक्की कर चुका है। रोटी कपड़ा मकान जो इंसान की मुख्य जरुरते है। इन सब जरूरतों को पूरा करने के लिए मेहनत करता है तथा खुद के लिए आलिशान घरों का निर्माण कर रहा है जहा पहले विकाश के दौर की बात करे तो सुरूवाती दौर में इंसान गुफाओं में रहता था जहा बस उनको जंगली जानवरों तथा प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा मिलती थी।
धीरे धीरे इंसान सीखने लगा संगठित होने लगा सामाजिक होने लगा, और शायद आज भी इंसान कुछ ना कुछ सीख रहा है रहने के तौर तरीके इंसान के आजीविका के हिसाब से है। कोई फुटपाथ पर सोकर भी दिन निकाल रहा है तो कोई आलिशान बंगलों में। लेकिन कुछ है जो आज भी नहीं बदला वो है पक्षियों के रहन सहन के तरीके। पक्षिया अक्सर पेड़ों पर घोसला बनाकर रहती है जो कि कुछ समय मात्र के लिए ही रहते है। जैसे ही चिड़ियों के बच्चे उड़ने लग जाते है वो उस घोसले को त्याग देते है। तथा अगर आने वाले भविष्य में अगर फिर उनको अंडे देने हो तो फिर से नया घोसला बनाते है। जिनमें से कुछ पक्षी इतना सुन्दर घोसला बनाते है कि हैरानी हो जाती है देखने से।
बया पक्षी का घोंसला
बया पक्षी बहुत ही सुन्दर तथा मजबूत खोसला बनाती है जिसमे वह हरी घास के तिनके का प्रयोग करती है और इतनी बारीकी से इसको सीती है कि मनुष्य की कारीगरी भी फेल हो जाए। ये पक्षियां एक पेड़ की लचकदार टहनियों पर अपना सुन्दर सा घोसला बनाती है जो साथ में कम से कम दो तथा इस से अधिक है इस से यह अंदाज़ा भी लगाया जा सकता है कि यह एक सामाजिक पक्षी है।
Humming Bird का घोंसला
अब तक की खोजी गई दुनिया की सबसे छोटा पक्षी है | Humming Bird के घोसलें की बात करे तो यह एक छोटे से कप के समान होता है, जिसको बनाने के लिए यह रेशम तथा मकड़ी के जाले का प्रयोग करती है। तथा घोसलें को अन्य जीवों से सुरक्षा के लिए पत्तों से ढक देती है। कपनुमा यह घोसला बहुत ही सुन्दर दिखाई देता है।