मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना (MSY) के तहत उत्तराखंड में पारम्परिक माटी कला और उससे जुड़े कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए रावत सरकार ने देहरादून स्थित माटी कला बोर्ड में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत कुम्हारों को अपग्रेड करने के लिए बिजली से चलने वाले मोटर चाक वितरित किए।
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साथ ही सीएम ने कहा कि माटी कला को पहचान दिलाने के लिए प्रदेश में एक प्रशिक्षण केन्द्र खोला जायेगा। आला अधिकारियों को आदेश दिया है कि राज्य मै उपस्थित सभी माटी कलाकारों की गणना के साथ साथ ऐसे स्थानों का व्योरा भी दे जहा पर शिल्प से आधारित कार्य अधिक मात्रा मै हो रहा है। जैसा कि हाल मै ही दिवाली आने वाली है तो इसके तहत भी चीन के समान का बहिस्कार और वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) को भी बढ़ावा देना है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि माटी कला बोर्ड को मिट्टी गूंथने वाली 200 मशीनें जल्द उपलब्ध करा दी जायेंगी। जैसा की आपको पता है पूरे देश मै प्लास्टिक प्रतिबंधित होने से मिट्टी के उपकरणों की डिमांड बढ़ी है। साथ ही बाजार की मांग के हिसाब से मिट्टी के बर्तनो और अन्य समान की भरपूर आपूर्ति हो। रावत सरकार ने मन बना लिया है कि पलास्टि को पूरी तरह बंद कर के मिट्टी के गमलों को सरकारी भवनों स्कूलों और पार्कों मै भी इस्तेमाल होंगे।