जम्मू कश्मीर के उरी में तैनात नैनीसैनी के सुबेदार मेजर शंकर पंचतत्व में विलीन हो गए। शंकर वहां सेना की आर्टिलरी रेजीमेंट में तैनात थे। ऑक्सीजन की कमी के कारण उन्हें दिल्ली इलाज के लाया गया था। जहां उन्होंने दम तोड़ा दिया। उनका सैन्य सम्मान के साथ पिथौरागढ़ के रामेश्वर घाट में अंत्येष्टि कर दी गई है।
पिथौरागढ़ स्थित नैनीसैनी निवासी सुबेदार मेजर शंकर सिंह कसन्याल (49) पुत्र स्व. लक्ष्मण सिंह 18 वर्ष की आयु में ही सेना में भर्ती हो गए थे। दीपक कसन्याल ने कहा कि वर्तमान समय में वह जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में आर्टिलरी रेजीमेंट में तैनात थे। जहां उन्हें बीते कुछ दिनों से ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही थी। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए 9 अक्तूबर को दिल्ली अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान उन्होंने 12 अक्तूबर को दम तोड़ दिया। जिनका पार्थिक शरीर अगले दिन सुबह नैनीसैनी स्थित उनके घर पहुंचा। बुधवार को रामेश्वर घाट में सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि कर दी है। शहीद को उनके बड़े बेटे दीपक कसन्याल ने मुखाग्नि दी।