खूबसूरत तुंखोला जलप्रपात (Tunkhola Waterfall) उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में स्थित है। यह कांडे – किरोली नामक एक सुंदर गाँव में स्थित है। आजकल यह स्थानीय पर्यटकों के लिए एक प्रसिद्ध स्थान है। तुनखोला जलप्रपात अपने अनंत सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। तुंखोला जलप्रपात ट्रैवल एंड एडवेंचर लवर्स के लिए एक अद्भुत स्थल बनता जा रहा है, यह स्थान चिलिंग सीजन के लिए शानदार जगह है, और समर सीजन में वाटर एक्टिविटीज़ का आनंद लेते हैं। स्विमिंग करने के लिए गहराई बढ़ते रहती है इसलिए जिनको स्विमिंग करनी नहीं आती वो किनारे से ही इसका आनंद लें। यह स्थान पिथौरागढ़ के बेरीनाग में स्थित एक अद्भुत पर्यटक आकर्षण स्थल है।
यह अपने सबसे अच्छे रूप में सुंदरता के साथ एक जगह है, प्राकृतिक दृश्य सांस को रोककर रखता है और प्रकृति को महसूस करने के लिए ठंडक देता है। यहां आपको बेशुमार सुंदरता और शानदार सूरज और अधिक उज्ज्वल रंग में मिलेगा। आप शुद्ध और ठंडी हवा को महसूस और सूंघ सकते हैं। यद्यपि यहाँ पहुंचने के लिए एक छोटा पैदल मार्ग है, मार्ग से लगभग 50 मीटर की दूरी पर है। लेकिन यहाँ से प्रकृति को महसूस करने वाले दृश्य आपके मन को मोह लेंगे। एकांत में बहते पानी की आवाज महसूस करें।
तुंखोला झरने (Tunkhola Waterfall) के आस पास के स्थान को राज्य सरकार के सहयोग की जरुरत है , जिससे यहाँ पर टूरिज्म को बढ़ावा मिल सकता है । राज्य सरकार के समर्थन के लिए फास्ट ट्रैक के आधार पर स्थान के पास आस पास के इलाके सुधारने की आवश्यकता है। यह पर्यटन क्षेत्र में भी अवसर प्रदान करता है और उस गांव में रोजगार पैदा करने के लिए एकअच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
तुंखोला जाने के लिए सबसे अच्छा समय है (Best Time to visit Tunkhola Waterfall)
बारिश के मौसम से पहले अप्रैल – मई के महीने में तुनखोला जलप्रपात (Tunkhola Waterfall) की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय है। बारिश के मौसम में पानी का बहाव काफी कम हो जाता है। इस समय यहाँ पर सूरज अपनी रौशनी बिखेर कर इस स्थान को स्विमिंग के लिए एक उपयुक्त जगह बना लेता है।
तुनखोला जलप्रपात (Tunkhola Waterfall)आप अक्टूबर – नवंबर के महीने में यात्रा की योजना भी बना सकते हैं। लेकिन समय यहाँ पर थोड़ी ठण्ड बढ़ जाती है तो आपको स्विमिंग करने में ठण्ड जरूर लग सकती है।
कैसे पहुंचे (How to Reach Tunkhola Waterfall)
निकटतम रेलवे स्टेशन नैनीताल जिले का काठगोदाम और चंपावत जिले का टनकपुर है। आपके पास एक बस सेवा भी है जो दिल्ली से हल्द्वानी तक लगभग 8 – 10 घंटे ले सकती है, और वहाँ से आप कुमाऊँ क्षेत्र की किसी भी बस से यात्रा कर सकते हैं और वहाँ पहुँचने के लिए एक टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।
हल्द्वानी – बेरीनाग – थल तक सड़क मार्ग से यात्रा कर सकते हैं, जो कंडे किरोली गाँव के रास्ते से पहुँचा जा सकता है।
मार्ग: दिल्ली – काठगोदाम – अल्मोड़ा – बेरीनाग – कांडे किरोली है।