!! तमसो मा ज्योतिगॅमय !!
एक प्रेरणास्रोत है विकासखंड मूनाकोट के जूनियर हाईस्कूल बगरतोली का स्कूल और यहाँ के अध्यापक के पढाने का जज्बा अगर हो तो शिक्षा मे कोई कोरोना काल हो बाधा नही बन सकता | ये सिद्ध कर दिखाया है अध्यापक श्री गिरीश जोशी जी ने |
गिरीश जोशी जी अपने गृहक्षेत्र से 20 किलोमीटर रोज बच्चो को शिक्षा देने जा रहे हैं | गिरीश जोशी जी न केवल एक आदर्श अध्यापक हैं, वे एक जुझारू समाज सेवक भी हैं, और प्रति वर्ष निर्धन बच्चों के लिए शिक्षा सामग्री भी जुटाते हैं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति भी करते हैं । उन्है पिछले ही वर्ष राज्य के उत्कृष्ट शिक्षक का अवार्ड भी मिला । इससे अलावा वह एक प्रतिष्ठित ज्योतिषाचार्य भी हैं, जिनकी अब तक १० पुस्तकें छप गयीं हैं जो कई विद्यालयों में वितरित की जाती हैं। उनका बच्चो को घर-घर जाकर पढाने का यह नया प्रयास सराहनीय है। बहुत से शिक्षको ने इस आपदा को कमाने का अवसर बनाया है एक घंटा आनलाईन क्लास की पूरी फीस ले रहे हैं | माँ-बाप को मजबूरी मे एक एंड्रायड फोन लेना होता है चाहे घर की कोई भी वस्तु गिरवी रखनी पडे , 500 – 700 रूपये नेट वाई फाई का खर्च, और घर के एक सदस्य की ड्यूटी अब ऐसे मे अभिभावक बच्चो को पढाये या स्कूल की फीस भरे |
अध्यापक श्री गिरीश जोशी, और जूनियर हाईस्कूल बगरतोली ऐसे अध्यापक और स्कूलो के लिए एक सीख है, जो इस आपदा का अवसर बना रहे हैं | आप लोगो को ऐसे शिक्षको से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है | आपके हौसले को सलूट है गुरूजी |