अल्पना का प्रतिरूप मानी जाने वाली ऐपण कला उत्तराखंडी लोक कला (Aipan Art Uttarakhand) के विविध आयाम हैं | संपूर्ण भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लोक कला को अलग – अलग नामों जैसे बंगाल में अल्पना, उत्तर प्रदेश में चौक पूरना, बिहार में मधुबनी, गुजरात में रंगोली, मद्रास में कोलाम, राजस्थान में मांडने से जाना जाता है |
ऐपण कला उत्तराखंड की लोक कला के रूप मै प्रसिध् है।
ऐपण, एक स्वतंत्र कला (Aipan – an Independent Art)
ऐपण कला एक स्वतंत्र कला है, किसमें कलाकार अपने विचारों को किसी भी प्रकार व्यक्त कर सकता है। ऐपण उत्तराखंड के सभी धार्मिक उत्सवों, पर्व-त्यौहारों, व्रतोत्सवों अथवा संस्करोत्सवों में अनिवार्य रूप से बनाया जाता है |
ऐपण के कई प्रकार है, जिनमे से कुछ निम्न है –
- पारंपरिक ऐपण
 - धुलियारग्य वर चौका ऐपण
 - नामकरण चौकी ऐपण
 - आचार्य चौका ऐपण
 - जनेऊ ऐपण
 - भद्रा ऐपण
 - वसुधारा ऐपण
 - स्वास्तिक ऐपण
 - लक्ष्मी पदचिह्न ऐपण
 - देहली ऐपण
 - मातृका /ज्युति ऐपण
 - लक्ष्मी यंत्र ऐपण
 - भुइयां सुप् ऐपण
 
