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News and Blogs

a Gulp of Tea | Pahadi Log

फुरसत के क्षणों में, दोस्तों के साथ जब में | चाय की चुस्की

चाय की चुस्की फुरसत के क्षणों में, दोस्तों के साथ जब में । सैर पर जाता हूँ, अतीत की तो बैठ जाता हूँ । ठहर… Read More »फुरसत के क्षणों में, दोस्तों के साथ जब में | चाय की चुस्की

Apun Pahada - Pahad se

“आपुण पहाड़ा” – हिमाँशु पाठक जी की रचना

हीटो दाज्यू, हीटो भूला, हीटो दीदी, हीटो बैंणा। लौट-जाणु हम संग-दगाड़ा। लौट-जाणु हम आपुण पहाड़, बुलुण लागि रे हमुण पहाड़ा।। बचपन क दिन, संगी-दगाड़ा कै… Read More »“आपुण पहाड़ा” – हिमाँशु पाठक जी की रचना

Himanshu Pathak's Writings - Pahadi Log

 “कुसुम दी” – हिमाँशु पाठक जी की कलम से

कुसुम दी सुबह के समय बरसात के मौसम में, मैं अपने बरामदें में बैठकर, सुबह समाचार-पत्र में खोया हुआ था। बाहर बारिश हो रही थी,… Read More » “कुसुम दी” – हिमाँशु पाठक जी की कलम से

Dr Pasbola | Pahadi Log

सरकार जल्द पुरानी पेंशन बहाल करे: डॉ० डी० सी० पसबोला

गढ़देश पुरानी पेंशन बहाली सम्मेलन के माध्यम से सरकार को पुरानी पेंशन बहाली के लिए स्पष्ट सन्देश गढ़देश पुरानी पेंशन बहाली सम्मेलन सम्पन्न राष्ट्रीय पुरानी… Read More »सरकार जल्द पुरानी पेंशन बहाल करे: डॉ० डी० सी० पसबोला

Fire Accident, Didihat Pithoragarh

डीडीहाट के चौबाटी मड गाँव में हुआ भीषण अग्निकांड, घर के साथ लाखों का सामान खाक

दुःख में साथ देना ही सबसे बड़ा धर्म है । बड़े दुखः के साथ लिखना पड़ रहा है कि श्री कौस्तुबा नन्द जोशी जी (निवासी:… Read More »डीडीहाट के चौबाटी मड गाँव में हुआ भीषण अग्निकांड, घर के साथ लाखों का सामान खाक

Chandra Singh Raahi, Uttarakhand Music

उतराखंड लोकगीत का पितामह। चंद्र सिंह राही

“फ्वा बाघा रे”,”चैत की चैत्वाल” इन दोनो लोकगीत की धुन उत्तराखंड के हर घर मैं गूंजती है। पर इनकी पहचान इनके रीमेक से ज्यादा मिली… Read More »उतराखंड लोकगीत का पितामह। चंद्र सिंह राही