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Digital Uttarakhand

Chandra Singh Raahi, Uttarakhand Music

उतराखंड लोकगीत का पितामह। चंद्र सिंह राही

“फ्वा बाघा रे”,”चैत की चैत्वाल” इन दोनो लोकगीत की धुन उत्तराखंड के हर घर मैं गूंजती है। पर इनकी पहचान इनके रीमेक से ज्यादा मिली… Read More »उतराखंड लोकगीत का पितामह। चंद्र सिंह राही

Trivendra Singh Rawat Covid Positive

प्रदेश के मुख्यमंत्री हुए कोरोना से संक्रमित

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को हुआ कोरोना, जांच मैं पाए गए पॉजिटिव मुख्यमंत्री को फिल्हाल कोई गंभीर लक्षण नज़र नही है। खुद को एकांतवास मैं रखकर… Read More »प्रदेश के मुख्यमंत्री हुए कोरोना से संक्रमित

Leaopard, Pantnagar | Pahadi Log

पंतनगर इलाके में फिर दिखा गुलदार

पंतनगर से सटे एक निजी कंपनी के गेट के बाहर भटकता दिखा गुलदार कंपनी के वर्करों के लिए खतरा बना जा रहा है | इस… Read More »पंतनगर इलाके में फिर दिखा गुलदार

Pahadi Log, Migrate Image Issue

पहाडों मैं कई गाँव तो भूतिया घोषित हो चुके है, जहाँ जाने मै भी लोग डरने लगे है

रोजगार की समस्या से झूझते हुए पहाड़ के घरों में लटकते ताले और गाँव में दूर दूर तक फैला सन्नाटा ये बताने के लिए काफी… Read More »पहाडों मैं कई गाँव तो भूतिया घोषित हो चुके है, जहाँ जाने मै भी लोग डरने लगे है

Kundi, Pahadi Log a Poem by Swati Yarso

उस एक पल दहक सी गयी जब कुंडी ने अपना ही काम किया… a Poem by Swati Yarso

उस एक पलदहक सी गयीजब कुंडी नेअपना हीकाम किया | कितना भयावह हैकुछ घंटों के लिएअनचाहेबंदी बन जाना | बंद गुसलखाना मेंबंदीकोई और भी हैजिन्हें… Read More »उस एक पल दहक सी गयी जब कुंडी ने अपना ही काम किया… a Poem by Swati Yarso

Ragipizza Recipe by Pahadi Log

Ragipizza (मडुआ-कोदा-नाचनी) | पहाड़ी पिज्ज़ा… Recipe by Radha Bangari

वैसे तो सभी को पिज्ज़ा खाना पसंद है, खासकर बच्चो को और आजकल लाँकडाउन मे आप अपने बच्चों को हेल्दी एंव स्वादिष्ट व्यंजन (Ragipizza) खिला… Read More »Ragipizza (मडुआ-कोदा-नाचनी) | पहाड़ी पिज्ज़ा… Recipe by Radha Bangari

Radha Bangari Jee Pahad se Uttarakhand | Pahadi Log

बोलता हुआ घर… राधा बंगारी जी की कलम से

जिन घरों को कभी प्यार से बनाया था, जिन घरों ने हमें धूप वर्षा और कई चीजों से बचाया था, आज वही घर वीरान से… Read More »बोलता हुआ घर… राधा बंगारी जी की कलम से

Radha Bangari, Pahadi Log Poetry

अगर देखो कभी गौर से तो तुम्हे मेरा हर दर्द दिखाई देगा… राधा बंगारी जी की कलम से

देखो कभी जो गौर से मुझे, मेरा हर दर्द दिखाई देगा,कुछ न कह कर भी तुम्हे मेरा, हर दर्द सुनाई देगा। इन बंद दरवाज़ो की… Read More »अगर देखो कभी गौर से तो तुम्हे मेरा हर दर्द दिखाई देगा… राधा बंगारी जी की कलम से